Dard Bhari Shayari

मोहब्बत में तेरी हम कुछ ऐसा कर जायेंगे, संग तेरे हम जिए न जिए, बिन तेरे जरूर मर जायेंगे

कहने में तो मेरा दिल एक है लेकिन जिसको दिल दिया वो हजारी में एक है

हमको ही क्यों देते हो प्यार का इल्जाम जरा खुद से भी पूछों इतने प्यारे क्यों हो..!

संगमरमर के महल में तेरी तस्वीर सजाऊंगा, मेरे इस दिल में ऐ सनम तेरे ख्वाब सजाऊंगा, आज़मा के देख ले तेरे दिल में बस जाऊंगा, प्यार का हूँ प्यासा तेरे आगोश में सिमट जाऊंगा।

हम वो नहीं जो तुम्हे गम में छोड़ देंगे, हम वो नहीं जो तुजसे नाता तोड़ देंगे, हम वो है जो तुम्हारी साँसे रुके तो, अपनी साँसे छोड़ देंगे!!

आहिस्ता चल ज़िन्दगी, अभी कई क़र्ज़ चुकाना बाकी है, कुछ दर्द मिटाना बाकी है, कुछ फ़र्ज़ निभाना बाकी है!!

आपके साथ हे दिल का साहिल, आपका प्यार है दिल की मंजिल, आप रहे मेरी हर खुशी में शामिल, आप मिल जाओ तो इस दिल को, और नहीं कुछ करना हासिल

चाहता हूँ उसका नाम लिख दूँ, अपनी हर शायरी के साथ, लेकिन फिर सोचता हूँ, बहुत भोली है मेरी जान, कहीं बदनाम न हो जाए.

तुझ से मिले न थे तो कोई आरजू न थी, देख लिया तुझे तो तेरे तलबगार हो गए।

दिल में तेरी चाहत लबों पे तेरा नाम है तू मोहब्बत कर या ना कर मेरी जिंदगी तेरे नाम है

मेरी चाहत देखनी है तो मेरे दिल पर अपना दिल रखकर देख, तेरी धड़कन ना भड्जाये तो मेरी मोहब्बत ठुकरा देना।

तेरे हुस्न को परदे की ज़रुरत ही क्या है, कौन होश में रहता है तुझे देखने के बाद…….!!!

दिल में है जो बात होंठों पे आने दे मुझे जज्बातों की लहरों में खो जाने दे, आदी हो चुका हूँ मैं तेरी निगाहों का अपनी निगाहों के समंदर में डूब जाने दे।

दिल के रिश्ते का कोई नाम नहीं होता, हर रास्ते का मुकाम नहीं होता, अगर निभाने की चाहत हो दोनों तरफ, तो कसम से कोई रिश्ता नाकाम नहीं होता

चूम लूं मैं लबों से अपने ये आंखे तेरी बेचैन कर दूं मैं सारी रातें तेरी खून बनकर समा जाऊं मैं तेरे जिस्म में बनकर दिल तेरा मैं महसूस करूं सांसें तेरी