Latest Shayari

Posted On: 20-08-2018

कितना वाकिफ थी वो मेरी कमजोरी से, वो रो देती थी, और मैं हार जाता था।

Posted On: 20-08-2018

गुमनामी का अँधेरा कुछ इस तरह छा गया है, कि दास्ताँ बन के जीना भी हमें रास आ गया है।

Posted On: 20-08-2018

अधूरी मोहब्बत मिली तो नींदें भी रूठ गयी, गुमनाम ज़िन्दगी थी तो कितने सकून से सोया करते थे।

Posted On: 20-08-2018

जिंदगी बड़ी अजीब सी हो गयी है, जो मुसाफिर थे वो रास नहीं आये, जिन्हें चाहा वो साथ नहीं आये।

Posted On: 20-08-2018

किताबें भी बिल्कुल मेरी तरह हैं अल्फ़ाज़ से भरपूर मगर खामोश।

Posted On: 20-08-2018

वो मुस्कान थी कहीं खो गयी, और मैं जज्बात था कहीं बिखर गया।

Posted On: 20-08-2018

मरना भी मुश्किल है जिस शख्श के वगैर, उस शख्स ने ख्वाबों में भी आना छोड़ दिया​।

Posted On: 20-08-2018

हम तो बने ही थे तबाह होने के लिए, तेरा छोड़ जाना तो महज़ बहाना बन गया।

Posted On: 20-08-2018

परदा तो होश वालों से किया जाता है हुज़ूर, तुम बेनक़ाब चले आओ हम तो नशे में हैं।

Posted On: 20-08-2018

लड़खड़ाये कदम तो गिरे उनकी बाँहों मे, आज हमारा पीना ही हमारे काम आ गया।

Posted On: 20-08-2018

कभी देखेंगे ऐ जाम तुझे होठों से लगाकर, तू मुझमें उतरता है कि मैं तुझमें उतरता हूँ।

गुनगुनाना तो तकदीर में लिखा कर लाए थे, खिलखिलाना दोस्तों से तोहफ़े में मिल गया।

हम अपने आप पर गुरूर नहीं करते, किसी को प्यार करने पर मजबूर नहीं करते, जिसे एक बार दिल से दोस्त बना लें, उसे मरते दम तक दिल से दूर नहीं करते।

एक ताबीज़ तेरी मेरी दोस्ती को भी चाहिए... थोड़ी सी दिखी नहीं कि नज़र लगने लगती है।

प्यार से कहो तो आसमान मांग लो, रूठ कर कहो तो मुस्कान मांग लो, तमन्ना यही है कि दोस्ती मत तोड़ना, फिर चाहें हँसकर हमारी जान मांग लो।