Latest Shayari

Posted On: 28-06-2017

मेरा मन माने नही, चाहे प्रेम अनन्त । प्राकृत पावन साधना, पूरी कर भगवन्त।।

वो हुस्न ही क्या जो बिक जाये बाजारो में, इश्क के साज पर बाजार बिका करते है। ऐक आदत सी पड गयी है खरीदने की हमें, ओर भी कुछ है जहाँ ताज भुका करते है।।

Posted On: 24-06-2017

इज़हारे मुहब्बत पे अजब हाल है... आँखें तो रज़ामंद हैं, लब सोच रहे हैं

Posted On: 03-05-2017

काश कहीं से मिल जाते वो अल्फ़ाज़ हमें भी जो तुझे बता सकते कि हम शायर कम तेरे आशिक ज्यादा है

Meri chahte tumse alag kb h dil ki bate tumse chupi kb h tum sath rho dil me dhadkan ki jgah fir jindgi ko sanso ki jarurt kb h

कुछ नहीं है आज मेरे शब्दों के गुलदस्ते में, कभी कभी मेरी खामोशियाँ भी पढ लिया करो…!

Posted On: 02-03-2017

तन्हाई कि रात कट ही जाएगी इतने भी हम मजबूर नहीं, दोहरा कर तेरी बातों को कभी हँस लेंगे कभी रो लेंगे।

लौट आओ और मिलो उसी तड़प से, अब तो मुझे मेरी वफाओं का सिला दे दो, इंतजार ख़त्म नहीं होता है आँखों का, किसी शब् अपनी एक झलक दे दो।

Posted On: 01-03-2017

तेरे हर गम को अपनी रूह में उतार लूँ, ज़िन्दगी अपनी तेरी चाहत में संवार लूँ, मुलाकात हो तुझसे कुछ इस तरह मेरी, सारी उम्र बस एक मुलाकात में गुज़ार लूँ।

Posted On: 01-03-2017

चाहा है तुम्हें अपने अरमान से भी ज्यादा, लगती हो हसीन तुम मुस्कान से भी ज्यादा, मेरी हर धड़कन हर साँस है तुम्हारे लिए, क्या माँगोगे जान मेरी जान से भी ज्यादा।

Posted On: 01-03-2017

हमें अपने घर से चले हुए, सरे राह उमर गुजर गई, न कोई जुस्तजू का सिला मिला, न सफर का हक ही अदा हुआ।

Posted On: 01-03-2017

बहुत लहरों को पकड़ा डूबने वाले के हाथों ने, यही बस एक दरिया का नजारा याद रहता है, मैं किस तेजी से जिन्दा हूँ मैं ये तो भूल जाता हूँ, नहीं आना है दुनिया में दोबारा याद रहता है।

Posted On: 01-03-2017

इतना तो ज़िंदगी में, न किसी की खलल पड़े, हँसने से हो सुकून, न रोने से कल पड़े, मुद्दत के बाद उसने, जो की लुत्फ़ की निगाह, जी खुश तो हो गया, मगर आँसू निकल पड़े।

Posted On: 15-02-2017

कोई आँखों में रहती है तो कोई बांहें बदलती है, मुहब्बत भी सियासत की तरह राहें बदलती है...

Posted On: 04-02-2017

लाओ, वो गिरवी रखी मेरी नींदे वापस कर दो, महोब्बत नहीं दे सकते तो कीमत क्यूँ वसूलते हो