Latest Shayari

Posted On: 17-01-2017

चुपचाप गुज़ार देगें तेरे बिना भी ये ज़िन्दगी, लोगो को सिखा देगें मोहब्बत ऐसे भी होती है।

Posted On: 16-01-2017

नींद भी नीलाम हो जाती है बाज़ार -ए- इश्क में ! किसी को भूलकर सो जाना इतना आसान नहीं होता !!

Posted On: 09-01-2017

आरजू होनी चाहिए किसी को याद करने की ! लम्हें तो अपने आप ही मिल जाते हैं !! कौन पूछता है पिंजरे में बंद पंछियों को ! याद वही आते हैं, जो उड़ जाते हैं !!!

दुनिया का सबसे अच्छा तोहफा “वक्त” है। क्योंकी, जब आप किसीको अपना वक्त देतें हैँ, तो आप उसे अपनी “जिंदगी” का वह पल देतें हैं, जो कभी लौटकर नहीं आता…

Posted On: 26-12-2016

मेरी तो सुनता ही नही ऐ दिल तूं पर.... इनकी तो सुन ले .... ।

Posted On: 24-12-2016

यादों में न ढूंढो हमें, मन में हम बस जायेंगे ! तमन्ना हो अगर मीलने की हाथ रखो दील पर, धड़कनो में हम मील जायेंगे

Posted On: 24-12-2016

मधुशाला तेरे नयन , देखत आये चैन । तिरछे नयनो से पिला, क्यो करती बैचेन।। खिडकी खोली आत्म की,पल मे बीती रैन। जो डूबा पाया वही , प्रेम डगर चल चैन।।

Posted On: 23-12-2016

मासूम है लहजा उसका और भोली सी सूरत है नाज़ुक बदन तराशा हुआ वो बहुत खूबसूरत है रब ने बनाया है उसको कुछ इसतरह सलीक़े से कायनात बसती है उसमें खुशियों की इनायत है ख़्वाहिशों से आँख भरी है दिल मुहब्बत से भरा हर इक बात दुआ लगती है जैसे कोई इबादत है टूट गए हैं सब पैमाने अदा अंदाज़ मुख़्तलिफ़ है बेहिसाब हुस्न की मल्लिका या कोई क़यामत है बच्चों सी मुस्कान उसकी, बच्चों सी भोली बातें बच्चों सी अठखेलियाँ कुछ बच्चों सी शरारत है किससे मुहब्बत है उसको, किसके मुक़द्दर में है न मालूम दुनिया की बातें वो बस मेरी ज़रुरत है

मिलने आयेंगे हम आपसे ख्वाबों में,ये ज़रा रौशनी के दिये बुझा दीजिए, अब नहीं होता इंतज़ार आपसे मुलाकात का,ज़रा अपनी आँखों के परदे तो गिरा दीजिए ।।

Posted On: 25-10-2016

हम उनसे आंखे चार कर न पाए, हमारी चाहत में ओ अपनी हालें बयां कर ना पाएं ! हमें उनसे मोहब्बत थी ये ओ भी जानते थे, पर ना कभी हम बयां कर पाएं ना कभी ओ बयां कर पाएं !!

Posted On: 25-10-2016

अगर नाज हैं तो जरूर टूटेगा, आज नहीं तो कल जरूर टूटेगा ! हुस्न का गुरुर हैं ये कुछ लम्हों का, गुरुर किसका रहा है गुरुर टूटेगा !! ये मसवरा हैं कि पत्थर बना के रख दिल को, ये आइना ही रहा तो जरूर टूटेगा !!!

Posted On: 25-10-2016

ज़माने के तो गम सुलझा रहा हूँ, मगर मैं खुद उलझते जा रहा हूँ ! ये दुनियां कब किसी को मानती हैं, मैं अपने आप को मनवा रहा हूँ !! ये क्या दिन आ गए हैं जिंदगी में, मैं अपने आप से ऊबता रहा हूँ ! ओ धोका दे तो उसकी क्या खता हैं, खता मेरी हैं के धोका खा रहा हूँ !!!

Posted On: 10-10-2016

अपनी मरजी से कहाँ अपने सफर के हम हैं! रुख हवाओं का जिधर का हैं उधर के हम हैं !! चलते रहते हैं कि चलना हैं मुशाफिर का नसीब ! सोचते रहते हैं किस राहे गुजर के हम हैं !! वक़्त के साथ हैं मिट्टी का सफर सदियो से ! किसको मालूम हैं कहाँ के हैं किधर के हम हैं !!!

Posted On: 10-10-2016

मोदी---मैने कत्ल किया है जज --लाश कहां है ? मोदी---लाश मैने जला दी जज--वो जगह दिखाओ जहां लाश जलाई थी मोदी-मैने वो सारी जमीन खोद दी जज--तो खोदी हुई मिट्टी किधर है ? मोदी--उसकी मैने ईंटे बना दी जज --तो वो ईंटे दिखाओ मोदी---मैने उनसे मकान बना लिया जज --वो मकान किधर है ? मोदी ---भूंकंप मे गिर गया जज--तो मलबा किधर है ? मोदी ---वो मैने बेच दिया जज--किसको बेचा ? मोदी ---पडोसी को जज --पडोसी को बुलाओ मोदी ---वो मर गया जज ---किसने मारा ? मोदी ---मैने मारा जज --तो लाश किधर है ? मोदी ---लाश मैने जला दी जज--अबे उल्ले के पट्ठे ,तूने मर्डर किया है या सर्जिकल अटैक किया है ,,हत्या को कबूल भी किये जा रहा है और कोई सबूत भी नही दे रहा

Harek sambandh vishwas graun, Yo zibro harek samay chutti ma meethas, Tyo jeevanko shaili chh Aafailaai dukhi, arulaaee nadeuu chain sakinch..!