मोहब्बत कि ज़ंज़ीर से डर लगता हे, कुछ अपनी तफलीक से डर लगता हे. जो मुझे तुजसे जुदा करते हे, हाथ कि वो लकीरो से डर लगता हे.
मोहब्बत के खर्चो की बड़ी लंबी कहानी है, कभी फिल्म दिखानी है तो कभी शोपिंग करानी है, मास्टर रोज कहता है कहाँ है फीस के पैसे? उसे समझाऊं मैं कैसे की मुझे छोरी पटानी है!!
हम दिलफेक आशिक़ है, हर काम में कमाल कर दे, जो वादा करे वो पूरा हर हाल में कर दे, क्या जरुरत है जानू को लिपस्टिक लगाने की, हम चूम-चूम के ही होंठ उसके लाल कर दे !!
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