कुछ रास्ता लिख देगा, कुछ मैं लिख दूँगा, तुम लिखते जाओ मुश्किलें, मैं मंजिल लिख दूँगा
दुनिया में जन्नत जैसी कोई चाह नही होती,,, बिना ठोकरे खाए कोई मंजिल की राह नही होती
सुनो तुम ख्वाब देखो, में पूरा करके आता हूं..!!
परमेश्वर बुवा मलाई आज दिनमा क्षमा दिनुहोस्
Lamho ki kuli kitab 🥀 hain jindagi ✨ khayalo aur saaso ka hisab hain jindagi , kuch jaruratein puri, kuch kwayeshesa adhuri😌 inhi sabalo k jawab hain jindagi 💯🥀
काफी आरसे बाद .. खुदके साथ जब वक़्त बिताया | दबा बैठा था शायर जो अंदर .. वो आज बाहर निकल आया || लिखे थे अलफ़ाज़ जो हमने उनके मोहब्बत में कभी | हर उस अलफ़ाज़ में छुपा , एक सहमा लड़का नज़र आया !!
Ziendgei me Kiya rakha he, Na kissi se koi sikayat he, Na kissi se koi gale sikhibe, Khud pe he sirf narzgi, Na kisi ko kucha de paya ,na kucha de paunga, Na kisi ka ho paya na kisi ki ho paunga ,Do mint ki Khusi na do din raha ti he,Ab a Zinengi me Kiya rakha he....
एक दिन मंजिल भी मिल जायेगी तुम परेशान न होना । चलते रहो इन पत्थरों पर बस शर्त है कभी दिल से हार न होना ।।
तू भी तन्हा मैं भी तन्हा चल खामोशी आज वो बात करें । दर्द जख्म दवा दगा जो कुछ भी सौगात में मिला , उसका दिल से धन्यवाद करें ।।
गुस्सा मायूसी और नखरो से कह दो कि अब हमने मनाना छोड़ दिया है।
मुझे मतलब की तराजू में न तोल ए-दिल-ए-सौदागर मैं आज भी उस पराये शख्स को खुद से ज्यादा चाहता हूं ।
इतनी मेहनत करो की सपने मजबूत हो जाए पुरे होने के लिए।
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