Love Shayari

Posted On: 14-10-2017

हर अजनबी चेहरा पहचाना दिखाई देता है जब भी हम तेरी गली से गुजरने लगते है

Posted On: 14-10-2017

जब भी जख्म तेरे यादों के भरने लगते है, किसी बहाने हम तुम्हे याद करने लगते है

Posted On: 14-10-2017

सारी उम्र आँखों में एक सपना याद रहा , सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा , जाने क्या बात थी उसमें और मुझ में ,सारी महफ़िल भूल गए बस वही एक चेहरा याद रहा

Posted On: 14-10-2017

शौंक नहीं है मुझे अपने जज़्बातों को यूँ सरेआम लिखने का … मगर क्या करूँ , अब जरिया ही ये है तुझसे बात करने का

Posted On: 14-10-2017

मेरी आँखों से आसूँ भले ही ना निकले हो पर ये दिल आज भी तेरे लिए रोता है … लाखों दिल भी मिल कर उतना प्यार नहीं कर सकते जितना ये अकेला दिल तुमसे करता है..

Posted On: 14-10-2017

तुमसे मिलकर जाने किस गुमान में हूँ मैं… तुमसे मिलकर जाने किस गुमान में हूँ मैं… देखो भूल गया सब पते-ठिकाने… आसमान में हूँ मैं…

Posted On: 10-10-2017

मरी गलती की इतनी बड़ी सजा न दो जान लेलो मेरी पर मुझसे जुदा न हो

Posted On: 10-10-2017

खून के आँशु बह रहे है तुमरे न होने से दिल में छेद सा होगया है विरह वेदना से एक बार हाथ पकड़ लो मेरा जल्द ही साथ टूटने बाला है तुमरे साथ न होने से

Posted On: 10-10-2017

हर लम्हा हर क्खत बस तेरी ही यद् आ रही है तेरी खामोसी मेरी बेचनी बड़ा रही है तेरी यादे हर क्खत गलती का ऐसाश् दिला रही है बस एक बार मूड के देख लो तुमरे बिना जान जा रही है

Posted On: 10-10-2017

छूट गया जो साथ तेरा मुझसे रूठ गया है अपना ही दिल मुझसे कितनी तकलीफ कितान दर्द है तेरे जाने का एक बार मुड़ के देख क्या हल हो गया है तेरे दीवाने का

Posted On: 10-10-2017

Rasto Mein Pathron Ki Kami Nahi Hoti, Dil Mein Khwabo Ki Kami Nahi Hoti, Hum Chahte Hai Unko Apna Banana, Par Unke Paas Apno Ki Kami Nahi Hoti.

Posted On: 10-10-2017

Khubsurat Sa Ek Pal Kissa Banjata Hai, Jane Kab Kaun Zindagi Ka Hissa Banjata Hai, Kuchh Log Zindagi Mein Milte Hai Aise, Jinse Kabhi Na Tutnewala Rishta Banjata Hai.

Posted On: 10-10-2017

मेरे आँखों के ख्वाब, दिल के अरमान हो तुम, तुम से ही तो मैं हूँ , मेरी पहचान हो तुम, मैं ज़मीन हूँ अगर तो मेरे आसमान हो तुम, सच मानो मेरे लिए तो सारा जहां हो तुम.

Posted On: 10-10-2017

आ जाओ किसी रोज़ तुम तो तुम्हारी रूह मे उतर जाऊँ ! साथ रहूँ मैं तुम्हारे ना किसी और को नज़र आऊँ ! चाहकर भी मुझे कोई छू ना सके मुझे कोई इस तरह ! तुम कहो तो यूं तुम्हारी बाहों में बिखर जाऊँ !

Posted On: 10-10-2017

इश्क ओर दोस्ती मेरे दो जहान है, इश्क मेरी रुह, तो दोस्ती मेरा ईमान है, इश्क पर तो फिदा करदु अपनी पुरी जिंदगी, पर दोस्ती पर, मेरा इश्क भी कुर्बान है.