Love Shayari

Posted On: 28-08-2017

तूने मोहब्बत, मोहब्बत से ज्यादा की थी, मैंने मोहब्बत तुझसे भी ज्यादा की थी, अब किसे कहोगे मोहब्बत की इन्तेहाँ, हमने शुरुआत ही इन्तेहाँ से ज्यादा की थी।

Posted On: 28-08-2017

गिला भी तुझ से बहुत है, मगर मोहब्बत भी, वो बात अपनी जगह है, ये बात अपनी जगह।

Posted On: 28-08-2017

लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से, तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से।

Posted On: 28-08-2017

खामोशियों से मिल रहे, खामोशियों के जवाब, अब कैसे कहूँ कि उनसे मेरी बात नहीं होती।

Posted On: 28-08-2017

अच्छा सुनो ना... जरुरी नहीं हर बार शब्द ही हों... कभी ऐसा भी हो कि मैं सोचूं... और तुम समझ लो!

Posted On: 28-08-2017

ना जाने इतनी मोहब्बत कहाँ से आई है उसके लिये, कि मेरा दिल भी उसकी खातिर मुझसे रूठ जाता है।

Posted On: 28-08-2017

दिन रात हम वो हर काम लिख लेते हैं, तेरी याद में गुजरी हर शाम लिख लेते हैं, तुझे देखे बिना इक पल भी कटता नहीं, अकेले में हथेली पे तेरा नाम लिख लेते हैं।

Posted On: 28-08-2017

खुशियों की दामन में आँसू गिराकर तो देखिये, ये रिश्ता कितना सच्चा है आजमा कर तो देखिये, आपके रूठने से क्या होगी मेरे दिल की हालत, किसी आइने पर पत्थर गिराकर तो देखिये।

Posted On: 28-08-2017

उदास आपको देखने से पहले ये आँखे न रहें, खफा हो आप हमसे तो ये हमारी साँसें न रहें, अगर भूले से भी ग़म दिए हमने आपको, आपकी जिंदगी में हम क्या हमारी यादें भी न रहें।

Posted On: 28-08-2017

गुलाब के फूल को हम कमल बना देते, आपकी एक अदा पर कई गजल बना देते, आप ही हम पर मरती नहीं... वरना आपके घर के सामने ताजमहल बना देते।

Posted On: 28-08-2017

मुझे इश्तिहार सी लगती हैं, ये मोहब्बतों की कहानियाँ जो कहा नहीं, वो सुना करो, जो सुना नहीं, वो कहा करो।

Posted On: 28-08-2017

रग-रग में इस तरह से समा कर चले गये, जैसे मुझ ही को मुझसे चुराकर चले गये, आये थे मेरे दिल की प्यास बुझाने के वास्ते, इक आग सी वो और लगा कर चले गये।

Posted On: 28-08-2017

माना कि तुम जीते हो ज़माने के लिये, एक बार जी के तो देखो हमारे लिये, दिल की क्या औकात आपके सामने, हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये!

Posted On: 28-08-2017

आसमान पे चाँद जल रहा होगा, किसी का दिल मचल रहा होगा, उफ़ ये मेरे पैरों में चुभन कैसी है, जरूर वो काँटों पर चल रहा होगा।

Posted On: 28-08-2017

नजरों को तेरे प्यार से इंकार नहीं है, अब मुझे किसी और का इंतज़ार नहीं है, खामोश अगर हूँ मैं तो ये वजूद है मेरा तुम ये न समझना कि तुमसे प्यार नहीं है।