Kehne waalon ka kuch nahi jaata, Sehne waale kamaal karte hain, Kaun dhoonde jawaab dardon ke, Log toh bas sawaal karte hain.
Zindagi Mein Kabhi Kisi Ka Saath Nahi Chodna, Kyun Ki Kuch Pal Lagte Hai Rishte Banane Mein, Aur Kuch Pal Lagte Hai Rishte mitane Mein, Ek Pal Lagta Hai Kisi Ko Rulane Mein, Aur Zindagi Beet Jati Hai Kisi Ko Bhulaane Mein.
एक खामोश हलचल बनी जिन्दगी गहरा ठहरा जल बनी जिन्दगी तुम बिना जैसे महलों में बीता हुआ उर्मिला का कोई पल बनी जिन्दगी दृष्टि आकाश में आस का एक दिया तुम बुझती रही, मैं जलाता रहा
खुद को आसान कर रही हो ना, हम पे एहसान कर रही हो ना, नींद, सपने, सुकून उम्मीदें, कितना नुकसान कर रही हो ना, हमने समझा है प्यार, पर तुम तो जान पहचान कर रही हो ना..
"ठीक भी है कि तुम ख़ुदा हो मेरे और बस एक का ख़ुदा कब है मेरे होने ना होने का मतलब तुम्हारे वास्ते जुदा कब है.
"घर से निकला हूँ तो निकला है घर भी साथ मेरे देखना ये है कि मंज़िल पे कौन पहुँचेगा मेरी कश्ती में भँवर बाँध के दुनिया ख़ुश है दुनिया देखेगी कि साहिल पे कौन पहुँचेगा
"ये तेरी बेरूखी की हम से आदत खास टूटेगी.....! कोई दरिया ना ये समझे की मेरी प्यास टूटेगी.....! तेरे वादे का तू जाने मेरा वो ही इरादा है....! कि जिस दिन सास टूटेगी उसी दिन आस टूटेगी....!!"
वो कहने लगी नकाब में भी पहचान लेते हो… हजारों के बीच… मेंने मुस्करा के कहा तेरी आँखों से ही शुरू हुआ था “इश्क” हज़ारों के बीच…
काश वो भी आकर हम से कह दे मैं भी तन्हाँ हूँ, तेरे बिन, तेरी तरह, तेरी कसम, तेरे लिए
मेरी यादों की कश्ती उस समुन्दर में तैरती है, जहाँ पानी सिर्फ और सिर्फ मेरी पलकों का होता है..! अजीब रंगो में गुजरी है, मेरी जिंदगी, दिलों पर राज़ किया पर मोहब्बत को तरस गए..
उसने कहा हमसे.. हम तुम्हें बर्बाद कर देंगे. हमने मुस्कुरा के पूछा… क्या तुम भी मोहब्बत करोगे अब हमसे..?? किसे इल्ज़ाम दे अपने जज़्बातो के क़त्ल का… समझदार बनने का शौख तो हमे ही था..
Har pal ki khushi ban jata hai sacha pyar, Is jahan mein jeene ki wajha ban jata hai sacha pyar, Zindagi ke har mod pe sath nibha ke Khushi ki wajha ban jata hai sacha pyar…
Tumhari nashili ankhon mein aaj kho jaane do hum ko, Tumhari bikhri julfo ki chhaya mein aa jane do hum ko. Kuch dil ki khwaishein rakhi hai humne daba ke, Aaj un khwaishon ko batane do hum ko. Meri mohabbat se to tum ko bhi aitraz nhi, To aaj kitna pyar hai tumse ye batane do hum ko.
Tere sath me sawar gai zindagi meri, Hamare liye sab se badkar hai khushiya tumhari, Or na koi tamana hai na chahat hai Bas tum sath raho ye khwahish hai meri.
Khud ko kar tanha humne dekha, Teri chahat mein jee na paye hum, Hai tujh se kitni mohabbat Kar ke deedar tera ye bhi bayan kar na paye hum.
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