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School से लेकर hospital तक सबको privata पसंद है बस लड़का सरकारी नौकरी वाला चाहिए
.लुट लेना या लुट जाना। ...... यही तो पहचान है......... कौन देखता है मुहब्बत में नफ़ा है की नुक़सान है........
ज़ख़्म झेले दाग़ भी खाए बहुत दिल लगा कर हम तो पछताए बहुत!!
दिनांक 18/02/2021 गुरूवार ~भाई का छोटा भाई मैं जीवन के उस दौर में हू जहाँ कभी-कभी मुझे स्वयं को पहचानना मुश्किल हो जाता है।मैं ठीक हूँ या कैसा हूँ?मुझसे पूछने वाला कोई नहीं हैं। इन अंधेरों से कब तक निकलूँगा यह मुझे मालूम नहीं, पर उम्मीद करता हूँ कि मरने के पहले सब कुछ ठीक हो जाएगा। अब किसी से मोह नहीं रह गया, खुद से भी नहीं.... 📝
Mana mene mana kya hain ye zamana patlisi tha badal par gehra sa hawa...jana mene jana kya hain ye dunia chiting ki bazar o Main shab kuch hain yeha.kisi ka ha hasna kisi ha runa yesa q sachon kya hain ye dunia.shab kuch mil jata hain phir bhi kumi sa hain.apna zindagi zine main kisi ka rehe q kuch bahana mana mene mana kya hain ye zamana patlisi ta badal par gehra sa hawa....writter by the majir Siddiqui
जो नजर से गुजर जाया करते हैं; वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं; कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते, बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं।
Dukh se bhar jaata hu Jab bhool jata hu khudko...!! Jab yaad aata hai apna wajood Khud ko khushiyon ka samandar pata hu!!! ~ Rahul ❣
न मालूम राहें कौन सी थी किधर किधर गया हूँ मैं बच के चला तौहमतों से अपनी नज़रों में गिर गया हूँ मैं रास्ते बड़े कठिन हैं सुनता आया हूँ मैं ज़मानों से पर पसार उड़ चला हूँ बात करता हूँ आसमानों से कबूतरों सी रही उड़ान मेरी बाजों से घिर गया हूँ मैं बच के चला तौहमतों से अपनी नज़रों में गिर गया हूँ मैं
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