एक बार उसने कहा था, मेरे सिवा किसी से प्यार ना करना, बस फिर क्या था, तबसे मोहब्बत की नजर से हमने खुद को भी नहीं देखा.....!!!
जिंदगी आ बैठ, ज़रा बात तो सुन, मुहब्बत कर बैठा हूँ, कोई मशवरा तो दे......!!!
लोग देखेंगे तो अफ़साना बना डालेंगे, यूँ मेरे दिल में चले आओ की आहट भी न हो......!!!
ए खुदा उन्हे हमेशा खुश रखना जिन्हे, हम तुमसे भी पहले याद किया करते है......!!!
सारी दुनिया की खुशी अपनी जगह, उन सबके बीच तेरी कमी अपनी जगह…..!!!
कुछ ऐसा अंदाज था उनकी हर अदा में, के तस्वीर भी देखूँ उनकी तो खुशी तैर जाती है चेहरे पे......!!!
हमें आदत नहीं हर एक पे मर मिटने की, तुझे में बात ही कुछ ऐसी थी दिल ने सोचने की मोहलत ना दी.....!!!
तेरी आवाज़ से प्यार है हमें, इतना इज़हार हम कर नहीं सकते, हमारे लिए तू उस खुदा की तरह है, जिसका दीदार हम कर नहीं सकते….....!!!
तू चाँद और मैं सितारा होता, आसमान में एक आशियाना हमारा होता, लोग तुम्हे दूर से देखते, नज़दीक़ से देखने का हक़ बस हमारा होता......!!!
क्यू बार बार ताकते हो शीशे को, नज़र लगाओगे क्या मेरी इकलौती मुहब्बत को…..!!!
जब से देखा है तेरी आँखो मे झाँक कर, कोई भी आईना अच्छा नही लगता, तेरी मोहब्बत मे ऐसे हुए है दीवाने, तुम्हे कोई और देखे तो अच्छा नही लगता........!!!
शान से हम तेरे दिल में रहेंगे, तेरी मोहब्बत पे जान निसार करेंगे, देख के जलेंगी हमे दुनिया सारी, इस कदर बे-पनाह तुझे प्यार करेंगे......!!!
कितनी ख़ूबसूरत हो जाती है दुनिया, जब कोई अपना कहता है की तुम बहुत याद आ रहे हो.......!!!
दोनों जानते है के, हम नहीं एक-दूसरे के नसीब में, फिर भी मोहब्बत दिन-ब-दिन बे-पनाह होती जा रही है.......!!!
खुदा करे, सलामत रहें दोनों हमेशा, एक तुम और दूसरा मुस्कुराना तुम्हारा.....!!!
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