ज़िन्दगी लहर थी आप साहिल हुए, न जाने कैसे हम आपकी दोस्ती के काबिल हुए, न भूलेंगे हम उस हसीं पल को, जब आप हमारी छोटी सी ज़िन्दगी में शामिल हुए.
न दिल में बसाकर भुलाया करते हैं, ना हँसकर रुलाया करते हैं, कभी महसूस कर के देख लेना, हम जैसे तोह दिल से रिश्ते निभाया करते है.
यादों मैं हमारी वो भी खोये होंगे, खुली आँखों से कभी वो भी सोए होंगे, माना हँसना है अदा ग़म छुपाने की, पर हँसते-हस्ते कभी वो भी रोए होंगे.
चाहत वो नहीं जो जान देती है, चाहत वो नहीं जो मुस्कान देती है, ऐ दोस्त चाहत तो वो है, जो पानी में गिरा आंसू पहचान लेती हैं.
फर्क होता है खुदा और फ़क़ीर में, फर्क होता है किस्मत और लकीर में.. अगर कुछ चाहो और न मिले तो समझ लेना.. कि कुछ और अच्छा लिखा है तक़दीर में।
बेजान चीज़ो को बदनाम करने के तरीके कितने आसान होते है….! लोग सुनते है छुप छुप के बाते , और कहते है के दीवारो को भी कान होते हैं !!
राह संघर्ष की जो चलता है, वो ही संसार को बदलता है। जिसने रातों से जंग जीती है, सूर्य बनकर वही निकलता है।
भरोसा खुद पर रखो तो.. ताकत बन जाती है, और दूसरों पर रखो तो.. कमजोरी बन जाती है!!
खामोश बैठें तो लोग कहते हैं उदासी अच्छी नहीं, ज़रा सा हँस लें तो मुस्कुराने की वजह पूछ लेते हैं !
swami sukh ka samwaad kabhi , dukh ka karad ban jata hain , Meethi boli kai karad he, tota Pinjre me aata hain,
Gulaab khilte rahe zindgi ki raah mein, hassi chamakti rahe aapki nigaah mein, khushi ki lahar mile har kadam par aapko, deta hai ye dil dua baar-baar aapko.
Jhunnu is offline
Jack is offline
abhay is offline
anonymous is offline
Abhay is offline
KRB is offline
Robert is offline
Himanshu is offline
vikki is offline
anil is offline
sourabh is offline
manibhusan is offline
Gudu is offline
Amrita is offline
Rakesh is offline
Please Login or Sign Up to write your book.