तुम पढ़ो या ना पढ़ो मैं लिखूंगा जरूर ,, दुनिया याद करे या ना करे मैं ईन पन्नों में देखूंगा जरूर
आंसू वो खामोश दुआएं है....., जो सिर्फ रब ही सुन सकता है.......
लोग कहते है हम मुस्कुराते बहुत है....... और हम मर गए दर्द छुपाते छुपाते.................
ना call ना massage...., क्या हुआ कोई और मिल गया क्या
शक़ नही बस यकीन है कि कोई किसी का नही होता........
ना जाने कितनी उम्मीदें मर चुकी हैं मेरे अन्दर, अब तो मेरा दिल भी मुझे कब्रिस्तान सा लगता है.........
जुदा तो एक दिन साँसे भी होती है., शिकायत सिर्फ मोहब्बत से ही क्यूँ...
किसी के दर्द की दवा बनो...., ज़ख़्म तो हर कोई देता है 😔😔😔😔
उसने कोशिश तो बहुत की, कि टूट जाऊँ मैं,.... अब टूटा हुआ और कितना टूटे
Kabhi sath diya..... Kabhi saath chhod diya ... Dil lga ke fir.. Dil kyu tod diya
भरोसा टूटने की आवाज नही होती, पर गूंज जिंदगी भर सुनाई देती है
फिर बस्ते नही वो दिल जो एक बार टूट जाते हैं, कब्र को कितना भी सजा लो लोग ज़िन्दा नही होते
हमारी खामोशी ने हमे खामोश कर दिया, वर्ना दर्द इतना लिखते कि जमाना रोता
ख़ाली ख़ाली घर एकदम से भर गया, उदास बैठा था जो लड़का कल रात ही मर गया
तुमको मेरे जैसे बहुत मिलेगे, पर उन सब में मैं नही मिलूंगा
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